डिजिटल दौर में निवेश की शुरुआत अब डीमैट अकाउंट के बिना मुमकिन नहीं। मार्केट में पॉकेटफुल, ज़ेरोधा, ग्रो, एंजेल वन, अपस्टॉक्स जैसे कई ऑप्शन मौजूद हैं, लेकिन इतने सारे विकल्पों के बीच सही प्लेटफ़ॉर्म चुनना अक्सर मुश्किल हो जाता है। किसी को लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट चाहिए, कोई एक्टिव ट्रेडिंग करता है, तो कोई सिर्फ़ म्यूचुअल फंड्स में पैसे लगाता है। इस ब्लॉग में 2025 के टॉप 15 डीमैट अकाउंट्स की लिस्ट दी गई है और उनके चार्जेज़, फीचर्स, फ़ायदे और किसके लिए कौन सा बेस्ट है आसान भाषा में समझाया गया है।
डीमैट अकाउंट क्या होता है और क्यों ज़रूरी है?
डीमैट अकाउंट यानी डिमैटेरियलाइज़्ड अकाउंट, एक ऐसा खाता होता है जिसमें शेयर और सिक्योरिटीज़ को डिजिटल रूप में रखा जाता है। पहले जब कोई शेयर खरीदा जाता था, तो उसकी फिज़िकल कॉपी मिलती थी यानी कागज़ पर छपा हुआ सर्टिफिकेट। लेकिन आज के डिजिटल ज़माने में सारी ट्रेडिंग ऑनलाइन होती है, इसलिए हर इन्वेस्टर को एक डीमैट अकाउंट की ज़रूरत पड़ती है।
जैसे बैंक अकाउंट में पैसे रखे जाते हैं, वैसे ही डीमैट अकाउंट में शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट डिजिटल रूप में स्टोर किए जाते हैं।
ये अकाउंट दो मुख्य डिपॉज़िटरी – एनएसडीएल (नेशनल सिक्योरिटीज़ डिपॉज़िटरी लिमिटेड) और सीडीएसएल (सेंट्रल डिपॉज़िटरी सर्विसेज़ लिमिटेड) – से जुड़े होते हैं, जो इन सिक्योरिटीज़ को सुरक्षित डिजिटल फॉर्म में बनाए रखते हैं।
डीमैट अकाउंट के ज़रिए शेयर मार्किट में निवेश करना न सिर्फ़ तेज़ और आसान होता है, बल्कि इसमें फिज़िकल सर्टिफिकेट्स के गुम होने, चोरी या फ्रॉड का कोई रिस्क भी नहीं होता।
डीमैट अकाउंट खोलते समय किन बातों का ध्यान रखें?
डीमैट अकाउंट ओपन करना तो आसान है, लेकिन ब्रोकर बहुत सोच-समझकर चुनना चाहिए। नीचे कुछ इंपॉर्टेंट पॉइंट्स दिए गए हैं जो डिसीजन लेने से पहले ज़रूर चेक करने चाहिए:
- सेबी-रजिस्टर्ड ब्रोकर: हमेशा ऐसा ब्रोकर चुनना चाहिए जो सेबी से रजिस्टर्ड हो, ताकि इन्वेस्टर फंड्स और डेटा सुरक्षित रहें।
- अकाउंट ओपनिंग फीस: कुछ ब्रोकर्स ₹0 में अकाउंट ओपन कराते हैं, जबकि कुछ नॉमिनल फीस लेते हैं। शुरुआत में ये चार्जेस कंपेयर करना ज़रूरी होता है।
- एएमसी (अकाउंट मेंटेनेंस चार्जेस): एएमसी हर साल लिया जाने वाला चार्ज है। कई ब्रोकर्स पहले साल फ्री देते हैं, लेकिन बाद में चार्ज बढ़ सकते हैं , इसे ध्यान से देखना चाहिए।
- ब्रोकरेज चार्जेस: यह वो फीस है जो हर ट्रेड पर लगती है। डिस्काउंट ब्रोकर्स ₹20 पर ऑर्डर या उससे भी कम में ट्रेड अलाउ करते हैं। हाई फ्रिक्वेंसी ट्रेडर्स के लिए यह काफी इंपॉर्टेंट होता है।
- मार्जिन इंटरेस्ट: अगर मार्जिन पर ट्रेड करना है, तो ब्रोकर कितना इंटरेस्ट चार्ज करता है, यह भी चेक करना चाहिए। हिडन चार्जेस से बचने के लिए ये पॉइंट ध्यान रखें।
- रिसर्च टूल्स और इनसाइट्स: ब्रोकर्स जो इन-डेप्थ रिसर्च रिपोर्ट्स, स्टॉक स्क्रीनर्स और टेक्निकल टूल्स प्रोवाइड करते हैं, वो लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टिंग के लिए बेहतर होते हैं।
- कस्टमर सपोर्ट: एक ज़रूरी फैक्टर है। डीमैट अकाउंट में कोई भी प्रॉब्लम आने पर क्विक और हेल्पफुल सपोर्ट चाहिए होता है। इसलिए ऐसा ब्रोकर चुनना बेहतर है जिसकी कस्टमर सर्विस फास्ट और रिलायबल हो।
2025 के टॉप 15 बेस्ट डीमैट अकाउंट in India
ब्रोकर | अकाउंट ओपनिंग फीस | एएमसी (अकाउंट मेंटेनेंस चार्जेस) | ब्रोकरेज चार्जेस | यूनीक फीचर्स |
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पॉकेटफुल | ₹ 0 | ₹ 0 | पॉकेटफुल देता है ₹0 डिलीवरी चार्जेस की सुविधा। | कटिंग-एज टेक्नोलॉजी से एक ही जगह मल्टीपल एसेट क्लासेस में इन्वेस्ट किया जा सकता है। |
ज़ेरोधा | ₹ 0 | ₹300 + जीएसटी | ₹20 या 0.03% प्रति ऑर्डर जो भी कम हो। | यूज़र-फ्रेंडली प्लेटफॉर्म और ईज़ी लर्निंग टूल्स। |
एंजेल वन | ₹ 0 | ₹240 (पहला साल फ्री) | ₹20 प्रति ऑर्डर | डीटेल्ड रिसर्च और वर्सेटाइल मोबाइल ऐप। |
आईसीआईसीआई डायरेक्ट | ₹ 0 | ₹ 700 | इक्विटी डिलीवरी पर 0.55%, इंट्राडे पर 0.275% | 3-in-1 अकाउंट के साथ एक्स्टेंसिव रिसर्च। |
कोटक सिक्योरिटीज़ | ₹ 0 | ₹ 600 | इक्विटी डिलीवरी पर 0.49%, इंट्राडे पर 0.049% | एडवांस्ड ट्रेडिंग टूल्स और पर्सनलाइज़्ड एडवाइजरी। |
अपस्टॉक्स | ₹ 0 | ₹ 150 | ₹20 या 0.05% प्रति ऑर्डर | लो ब्रोकरेज फीस और आसान प्लेटफॉर्म। |
5पैसा | ₹ 0 | ₹ 300 | ₹20 प्रति ऑर्डर | फ्लैट ब्रोकरेज रेट्स और म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट्स। |
शेयरखान | ₹ 0 | ₹ 400 | इक्विटी डिलीवरी पर 0.5%, इंट्राडे पर 0.1% | ट्रेनिंग प्रोग्राम्स और एडवांस्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स। |
मोतीलाल ओसवाल | ₹ 0 | ₹ 199 | इक्विटी डिलीवरी पर 0.5%, इंट्राडे पर 0.05% | पर्सनलाइज़्ड एडवाइजरी और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट। |
एसबीआई सिक्योरिटीज़ | ₹ 0 | ₹750 (पहला साल फ्री) | इक्विटी डिलीवरी पर 0.5%, इंट्राडे पर 0.05% | 3-in-1 अकाउंट और स्ट्रॉन्ग बैंकिंग इंटीग्रेशन। |
एक्सिस डायरेक्ट | ₹ 0 | ₹ 750 | इक्विटी डिलीवरी पर 0.5%, इंट्राडे पर 0.05% | सीमलेस फंड ट्रांसफर और एडवांस्ड रिसर्च टूल्स। |
आईआईएफएल सिक्योरिटीज़ | ₹ 0 | ₹ 250 | इक्विटी डिलीवरी पर 0.5%, इंट्राडे पर 0.05% | फ्री रिसर्च रिपोर्ट्स और एडवाइजरी सर्विसेज़। |
एडलवाइस ब्रोकिंग | ₹ 0 | ₹ 500 | इक्विटी डिलीवरी पर 0.5%, इंट्राडे पर 0.05% | रिसर्च-ड्रिवन एडवाइजरी और डायवर्स इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस। |
ग्रो | ₹ 0 | ₹ 0 | ₹20 या 0.01% प्रति ऑर्डर | ज़ीरो एएमसी और यूज़र-फ्रेंडली प्लेटफॉर्म। |
पेटीएम मनी | ₹ 0 | ₹ 0 | ₹20 प्रति इंट्राडे ऑर्डर और ₹20 डिलीवरी के लिए | पेटीएम इकोसिस्टम से इंटीग्रेटेड और लो ट्रांज़ैक्शन कॉस्ट्स। |
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ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के लिए टॉप 15 डीमैट अकाउंट्स का ओवरव्यू
ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के लिए टॉप 15 डीमैट अकाउंट्स का ओवरव्यू नीचे दिया गया है:
1. पॉकेटफुल
पॉकेटफुल एक नई पीढ़ी की डिस्काउंट ब्रोकिंग कंपनी है, जो इक्विटी, कमोडिटी, डेरिवेटिव्स जैसे कई निवेश विकल्प प्रदान करती है। इसका लॉन्च 2024 में हुआ था और यह पेस फाइनेंशियल ग्रुप के अंतर्गत काम करती है। पॉकेटफुल को 27 साल से अधिक अनुभव वाले प्रोफेशनल्स ने विकसित किया है, जिससे यूज़र को बेहतरीन और भरोसेमंद ट्रेडिंग एक्सपीरियंस मिलता है।
पॉकेटफुल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इक्विटी डिलीवरी ट्रेड्स पर कोई ब्रोकरेज चार्ज नहीं लिया जाता, साथ ही अकाउंट खोलने और अकाउंट मेंटेनेंस चार्ज भी फ्री है। इसलिए यह प्लेटफ़ॉर्म शुरुआती और अनुभवी दोनों तरह के निवेशकों के लिए एक बढ़िया विकल्प है।
मुख्य फीचर्स:
- इक्विटी डिलीवरी ट्रेड्स पर शून्य ब्रोकरेज।
- अकाउंट खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान और केवल 5 मिनट में पूरी हो जाती है।
- एपीआई सपोर्ट, जिससे अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजीज को कस्टमाइज़ और ऑटोमेट किया जा सकता है।
सबसे बेहतर किसके लिए: पॉकेटफुल उन यूज़र्स के लिए बढ़िया है, जो बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के एडवांस्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चाहते हैं।
2. ज़ेरोधा
ज़ेरोधा देश की सबसे बड़ी और भरोसेमंद डिस्काउंट ब्रोकिंग फर्मों में से एक है। इसे 2010 में कामथ ब्रदर्स ने शुरू किया था और इसने फ्लैट ब्रोकरेज मॉडल के जरिए ब्रोकिंग इंडस्ट्री में नया ट्रेंड सेट किया। ज़ेरोधा का प्लेटफ़ॉर्म तकनीकी रूप से बहुत एडवांस्ड और यूज़र-फ्रेंडली है, जो ट्रेडिंग को आसान, किफायती और सभी के लिए एक्सेसिबल बनाता है, खासकर नए इन्वेस्टर्स के लिए।
मुख्य फीचर्स:
- सिंपल और यूज़र-फ्रेंडली ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म।
- डेडिकेटेड कस्टमर सपोर्ट टीम, जो आपकी हर क्वेरी का जल्दी समाधान करती है।
- वैरिसिटी (Varsity) नाम का फ्री एजुकेशन प्लेटफ़ॉर्म, जहां स्टॉक मार्किट से जुड़ी डीप जानकारी और सीखने के अवसर मिलते हैं।
बेस्ट फॉर:जो इन्वेस्टर्स लो ब्रोकरेज पर ट्रेड करना चाहते हैं और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन प्लेटफ़ॉर्म पसंद करते हैं, उनके लिए ज़ेरोधा एक परफेक्ट चॉइस है।
3. एंजेल वन
एंजेल वन भारत की टॉप फुल-सर्विस ब्रोकिंग कंपनियों में से एक है, जिसकी स्थापना 1996 में हुई थी। यह प्लेटफ़ॉर्म इक्विटी, कमोडिटी, डेरिवेटिव्स समेत कई असेट क्लास में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट की सुविधा देता है। साथ ही, एंजेल वन इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी सर्विसेज भी प्रोवाइड करता है, जो यूज़र्स की वित्तीय ज़रूरतों को बेहतर तरीके से पूरा करता है। इसका ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस है और यूज़र की सहूलियत को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
मुख्य फीचर्स:
- पर्सनलाइज़्ड कस्टमर-फोकस्ड अप्रोच, जो हर यूज़र को खास अनुभव देता है।
- एंजेल वन ऐप में एडवांस्ड ट्रेडिंग टूल्स उपलब्ध हैं, जो ट्रेडिंग को आसान और प्रोफेशनल बनाते हैं।
- पूरे भारत में स्ट्रॉन्ग ऑफलाइन प्रेजेंस और व्यापक ब्रांच नेटवर्क।
बेस्ट फॉर : जो ट्रेडर्स ऑफलाइन ब्रोकिंग सर्विस को प्राथमिकता देते हैं, उनके लिए एंजेल वन एक भरोसेमंद और बेहतर ऑप्शन है।
4. आईसीआईसीआई डायरेक्ट
आईसीआईसीआई डायरेक्ट भारत के टॉप स्टॉक ब्रोकर्स में से एक है, जो प्राइवेट सेक्टर की बड़ी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक की सब्सिडियरी है। इसका सबसे बड़ा फायदा इसका थ्री-इन-वन अकाउंट है, जिसमें सेविंग्स अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट को एक ही जगह लिंक किया जा सकता है। इससे फंड ट्रांसफर और ट्रेडिंग का प्रोसेस बहुत ही आसान हो जाता है, खासकर उन इन्वेस्टर्स के लिए जो सरलता पसंद करते हैं।
मुख्य फीचर्स:
- देशभर में लोकल ऑफ़िस के ज़रिए मजबूत फिज़िकल प्रेजेंस।
- क्लाइंट्स को रिसर्च और कंसल्टेंसी सर्विसेज उपलब्ध कराता है।
- पर्सनलाइज़्ड वेल्थ मैनेजमेंट सॉल्यूशंस भी देता है, जिससे इन्वेस्टमेंट प्लानिंग आसान हो जाती है।
बेस्ट फॉर : जो इन्वेस्टर्स लोकल ब्रांच से सपोर्ट और हेल्प चाहते हैं, उनके लिए आईसीआईसीआई डायरेक्ट एक ट्रस्टेड और सुविधाजनक विकल्प साबित होता है।
5. कोटक सिक्योरिटीज
कोटक सिक्योरिटीज, कोटक महिंद्रा बैंक की एक डिवीजन है और भारत के टॉप प्राइवेट बैंकों में से एक मानी जाती है। यह यूज़र्स को उनके बैंक अकाउंट को सीधे ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट से लिंक करने की सुविधा देता है, जिससे फंड ट्रांसफर आसान हो जाता है। कोटक सिक्योरिटीज इक्विटी, कमोडिटी, डेरिवेटिव्स सहित कई इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस प्रोवाइड करता है। इनके Neo Web प्लेटफ़ॉर्म और कोटक नियो मोबाइल ऐप रियल-टाइम मार्केट डेटा भी प्रदान करते हैं, जो ट्रेडर्स के लिए काफी उपयोगी है।
मुख्य फीचर्स:
- इक्विटी और कमोडिटी ट्रेडिंग के साथ म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट की सुविधा।
- ऑनलाइन एजुकेशनल इनिशिएटिव्स, जो स्टॉक मार्किट की समझ बढ़ाने में मदद करते हैं।
- कोटक बैंक के ब्रांड सपोर्ट के कारण सिक्योरिटी और विश्वसनीयता का भरोसा।
बेस्ट फॉर : जो इन्वेस्टर्स स्टॉक मार्किट की नॉलेज ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स से बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए कोटक सिक्योरिटीज एक बढ़िया ऑप्शन है।
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6. अपस्टॉक्स
अपस्टॉक्स एक न्यू-एज डिस्काउंट ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म है जो ट्रेडिंग को तेज़, आसान और तकनीकी रूप से स्मार्ट बनाता है। यह यूज़र्स को एडवांस टेक्निकल एनालिसिस टूल्स, ऑप्शन चैन और स्ट्रैटेजी मोड जैसे फीचर्स के साथ अपने ट्रेडिंग डिसिज़न खुद प्लान करने की आज़ादी देता है। अपस्टॉक्स के ज़रिए आप इक्विटी, कमॉडिटी और डेरिवेटिव्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं – वो भी मिनिमम कॉस्ट पर।
मुख्य फीचर्स:
- सिंपल और यूज़र-फ्रेंडली मोबाइल ऐप जो बिगिनर्स के लिए भी एकदम परफेक्ट है।
- मल्टीपल वॉचलिस्ट्स बनाने की सुविधा ताकि फेवरेट स्टॉक्स और कमॉडिटीज को ट्रैक कर सकें।
- कोई एनुअल मेंटेनेंस चार्ज नहीं – यानी कम खर्च में ज्यादा फायदा।
बेस्ट फॉर : जिन ट्रेडर्स को इंट्राडे या स्विंग ट्रेडिंग करनी है और टेक्निकल एनालिसिस के टूल्स की ज़रूरत होती है, उनके लिए अपस्टॉक्स एक शानदार चॉइस है।
7. 5पैसा
5पैसा एक लोकप्रिय डिस्काउंट ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म है जो 2016 में लॉन्च हुआ था और तब से अपने लो-कॉस्ट मॉडल और मल्टीपल इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स के ज़रिए यूज़र्स के बीच तेज़ी से पॉपुलर हुआ है। यह न केवल स्टॉक्स बल्कि म्यूचुअल फंड्स में भी डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट की सुविधा देता है। इसके वेब और मोबाइल प्लेटफॉर्म को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि ट्रेडिंग हर यूज़र के लिए सिंपल और स्मूद लगे।
मुख्य फीचर्स:
- आसान और यूज़र-फ्रेंडली इंटरफेस के साथ वेब और मोबाइल प्लेटफॉर्म।
- डायरेक्ट म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट की सुविधा – वो भी बिना किसी एजेंट के।
- F&O 360 प्लेटफॉर्म के ज़रिए एडवांस्ड एनालिसिस टूल्स की एक्सेस, जिससे डिसीज़न लेना हो जाए और भी बेहतर।
बेस्ट फॉर : जो इन्वेस्टर्स स्टॉक मार्किट की शुरुआत इंटरऐक्टिव लर्निंग और वर्कशॉप्स के ज़रिए करना चाहते हैं, उनके लिए 5पैसा एक समझदारी भरा ऑप्शन है।
8. शेयरखान
शेयरखान भारत की उन शुरुआती ब्रोकिंग कंपनियों में शामिल है जिसने 2000 में ऑनलाइन ट्रेडिंग को आम इन्वेस्टर्स तक पहुँचाया। देशभर में फैली अपनी फ्रैंचाइज़ी नेटवर्क की बदौलत इसने जल्दी ही एक मजबूत पहचान बना ली। 2016 में यह फ्रेंच इन्वेस्टमेंट बैंक BNP पारिबास का हिस्सा बना और फिर 2024 में मिराए एसेट फाइनेंशियल ग्रुप ने इसे अधिग्रहित कर लिया। शेयरखान सिर्फ ट्रेडिंग ही नहीं, बल्कि एडवांस लर्निंग के लिए भी जाना जाता है।
मुख्य फीचर्स:
- मॉडर्न और स्मूद मोबाइल ऐप जिसमें एडवांस ट्रेडिंग टूल्स उपलब्ध हैं।
- शेयरखान क्लासरूम’ के ज़रिए ऑनलाइन कोर्सेस और ट्रेनिंग प्रोग्राम्स।
- प्रोफेशनल कस्टमर सपोर्ट जो यूज़र की हर परेशानी का तुरंत हल देता है।
बेस्ट फॉर : जिन्हें टेक्निकल या फंडामेंटल एनालिसिस सीखना है और ट्रेडिंग को गहराई से समझना है, उनके लिए शेयरखान एक बेहतरीन विकल्प है।
9. मोतिलाल ओसवाल
मोतिलाल ओसवाल की शुरुआत 1987 में हुई थी और तब से यह इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री में एक जाना-पहचाना नाम बन चुका है। 30+ सालों का अनुभव, दर्जनों अवॉर्ड्स और मजबूत रिसर्च बैकअप के साथ, यह कंपनी इन्वेस्टर्स को सिर्फ ट्रेडिंग ही नहीं बल्कि पर्सनलाइज्ड एडवाइजरी, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज और मल्टीपल एसेट क्लासेज में इन्वेस्टमेंट की सुविधा देती है। इनका RISE मोबाइल ऐप और वेबसाइट यूज़र्स को प्रो-लेवल रिसर्च रिपोर्ट्स और एडवांस एनालिसिस टूल्स तक एक्सेस देता है।
मुख्य फ़ीचर्स:
- हर यूज़र की ज़रूरत के हिसाब से कस्टमाइज्ड फाइनेंशियल सॉल्यूशंस।
- मोबाइल एप्लिकेशन यूज़र-फ्रेंडली इंटरफ़ेस के कारण इंडस्ट्री में सबसे बेहतरीन माना जाता है।
- सिक्योरिटीज के अगेंस्ट लोन की सुविधा भी उपलब्ध है।
बेस्ट फॉर: ऐसे इन्वेस्टर्स जो एक ही प्लेटफॉर्म पर पोर्टफोलियो मैनेजमेंट से लेकर एडवांस रिसर्च और ट्रांजैक्शन फैसिलिटी तक सबकुछ चाहते हैं, उनके लिए मोतीलाल ओसवाल एक परफेक्ट चॉइस है।
10. एसबीआई सिक्योरिटीज
एसबीआई सिक्योरिटीज की स्थापना 2006 में हुई थी और यह भारत के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की फुली ओन्ड सब्सिडियरी है। पहले इसे SBICap Securities Limited के नाम से जाना जाता था। यह ब्रोकिंग फर्म अपने वाइड ब्रांच नेटवर्क और गवर्नमेंट-बैक्ड ट्रस्ट की वजह से इन्वेस्टर्स के बीच एक मजबूत और भरोसेमंद नाम बना हुआ है। एसबीआई सिक्योरिटीज आपको इक्विटी, कमॉडिटी ट्रेडिंग के साथ-साथ रिसर्च-बेस्ड एडवाइजरी और परसोनलाइज़्ड सर्विसेज भी ऑफर करता है।
मुख्य फ़ीचर्स:
- हाई-नेट-वर्थ इन्वेस्टर्स के लिए डेडिकेटेड रिलेशनशिप मैनेजर्स की सुविधा।
- मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी से इन्ट्राडे ट्रेडर्स को अतिरिक्त फंडिंग सपोर्ट मिलता है।
बेस्ट फॉर : जो इन्वेस्टर्स सरकारी बैंक से जुड़े प्लेटफॉर्म पर सिक्योर और वाइड-स्पेक्ट्रम ब्रोकिंग सर्विसेज चाहते हैं, उनके लिए एसबीआई सिक्योरिटीज एक विश्वसनीय ऑप्शन है। हाँ, इसका ब्रोकरेज चार्ज कुछ प्राइवेट ब्रोकर्स से ज्यादा हो सकता है, लेकिन सर्विस की क्वॉलिटी उस अंतर को कवर कर देती है।
11. एक्सिस डायरेक्ट
एक्सिस डायरेक्ट की शुरुआत 2011 में हुई थी और यह एक्सिस सिक्योरिटीज लिमिटेड का हिस्सा है, जो एक्सिस बैंक की सब्सिडियरी कंपनी है। इसने एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से एक पावरफुल ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म तैयार किया है जो इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री के टॉप प्लेटफ़ॉर्म्स में गिना जाता है। अगर आप एक्सिस बैंक के कस्टमर हैं, तो आप बड़ी आसानी से अपने बैंक अकाउंट को डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से लिंक कर सकते हैं। मुंबई में इसका हेडक्वार्टर है और यह कंपनी अपने इन्वेस्टर्स को टेक्नोलॉजी, रिसर्च और सपोर्ट का बेहतरीन कॉम्बिनेशन देती है।
मुख्य फ़ीचर्स:
- यूज़र्स को मिलता है एक एडवांस ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट प्लेटफ़ॉर्म।
- रेगुलर और डीप फंडामेंटल रिसर्च रिपोर्ट्स, जो स्टॉक्स, सेक्टर्स और कमॉडिटीज को कवर करती हैं।
- मर्जिन फंडिंग फैसिलिटी से निवेशकों को मिलती है एक्स्ट्रा ट्रेडिंग पावर।
बेस्ट फॉर : जो निवेशक मर्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी का उपयोग करना चाहते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प है।
12. आईआईएफएल
आईआईएफएल (India Infoline) की शुरुआत 1985 में एक रिसर्च और एडवाइजरी फर्म के रूप में हुई थी। शुरुआत से ही इसका फोकस इन्वेस्टर्स को डीप रिसर्च और डेटा-बेस्ड इनसाइट्स देने पर रहा है। 2005 में कंपनी ने अपना नाम बदलकर IIFL किया और इंडियन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट भी हुई। आज यह एक भरोसेमंद ब्रोकिंग हाउस है जो यूज़र्स को एडवांस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, इन-डेप्थ रिसर्च रिपोर्ट्स और एजुकेशनल सेशंस जैसी सुविधाएं देता है, जिससे निवेशक बेहतर डिसीजन ले सकें।
मुख्य फ़ीचर्स:
- इंडस्ट्री-लीडिंग रिसर्च और पर्सनलाइज़्ड एडवाइजरी सर्विसेज।
- यूज़र-फ्रेंडली ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जो हर तरह के इन्वेस्टर्स के लिए उपयुक्त है।
- फ्री एजुकेशनल सेशंस जो खासकर नए निवेशकों के लिए काफ़ी मददगार हैं।
बेस्ट फॉर : वो इन्वेस्टर्स जो रिसर्च और एक्सपर्ट एडवाइस के बेस पर स्मार्ट ट्रेडिंग करना चाहते हैं, उनके लिए आईआईएफएल एक शानदार चॉइस है।
13. एडेलवाइस
एडेलवाइस ग्रुप ने 2008 में ब्रोकिंग इंडस्ट्री में एंट्री ली और तब से यह निवेशकों को मल्टी-लेवल फाइनेंशियल सर्विसेज़ ऑफर कर रहा है। शुरुआत में कंपनी ने रिसर्च और एडवाइजरी पर ज़ोर दिया और फिर 2015 से म्युचुअल फंड्स, PMS (पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज़), और एल्गो ट्रेडिंग जैसी सुविधाएं भी जोड़ लीं। इसका प्लेटफॉर्म खासकर उन निवेशकों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो एक ही जगह पर टेक्नोलॉजी, रिसर्च और एडवाइस का पूरा पैकेज चाहते हैं।
मुख्य फ़ीचर्स :
- एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग की सुविधा जिससे ऑटोमेटेड डिसीजन लिए जा सकते हैं।
- एक्टिवली मैनेज्ड फंड्स के सुझाव जो मार्केट कंडीशन्स के अनुसार बदलते रहते हैं।
- डेली मार्केट अपडेट्स और रिसर्च एनालिसिस जो निवेशकों को अप-टू-डेट रखते हैं।
बेस्ट फॉर: ऐसे इन्वेस्टर्स जो एक ही प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग, रिसर्च, और फाइनेंशियल एडवाइजरी जैसी सर्विसेज़ चाहते हैं, उनके लिए एडेलवाइस एक भरोसेमंद और प्रैक्टिकल विकल्प है।
14. ग्रो (Groww)
ग्रो (Groww) की शुरुआत 2016 में चार एक्स-फ्लिपकार्ट कर्मचारियों ने की थी, और कुछ ही सालों में यह युवाओं और नए इन्वेस्टर्स के बीच सुपर पॉपुलर हो गया। इसकी सबसे बड़ी खासियत है बेहद सिंपल और क्लीन यूज़र इंटरफेस, जिससे कोई भी बिना ज़्यादा टेक्निकल नॉलेज के भी आसानी से इन्वेस्ट करना शुरू कर सकता है। इस ऐप के ज़रिए यूज़र्स स्टॉक्स, म्युचुअल फंड्स, ETF जैसी कई इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स का फायदा उठा सकते हैं, वो भी मिनिमल चार्जेस के साथ।
मुख्य फ़ीचर्स :
- स्टॉक्स, म्युचुअल फंड्स और ETF में आसान इन्वेस्टमेंट की सुविधा।
- क्रेडिट, बिल पेमेंट और UPI जैसी बेसिक फाइनेंशियल सर्विसेज़ भी मौजूद।
- न्यूनतम फीस स्ट्रक्चर – लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए किफायती।
बेस्ट फॉर : जो निवेशक चाहते हैं कि उनका पूरा इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो एक ही सिंपल ऐप में मैनेज हो सके, उनके लिए ग्रो (Groww) एक शानदार चॉइस है।
15. पेटीएम मनी
पेटीएम मनी की शुरुआत 2017 में डायरेक्ट म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट प्लेटफ़ॉर्म के रूप में हुई थी, जिसे Paytm की पैरेंट कंपनी One97 Communications ने लॉन्च किया था। शुरुआती दौर में इसका मकसद था – हर किसी को म्युचुअल फंड्स में कम लागत पर इन्वेस्ट करने का मौका देना। फिर 2019 में कंपनी ने कम ब्रोकरेज के साथ स्टॉक ट्रेडिंग सर्विस भी शुरू की। आज यह ऐप एक सिंपल, किफायती और ऑल-इन-वन इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म बन चुका है।
मुख्य फ़ीचर्स:
- यूज़र-फ्रेंडली ऐप जो नए यूज़र्स के लिए भी पूरी तरह सहज।
- डायरेक्ट म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट जिससे एक्स्ट्रा कमीशन नहीं देना पड़ता।
- SIP और लंपसम इन्वेस्टमेंट के लिए स्मार्ट कैलकुलेटर्स की सुविधा।
बेस्ट फॉर : जो लोग म्युचुअल फंड्स और स्टॉक्स में कम खर्च में इन्वेस्ट करना चाहते हैं और एक सिंपल ऐप से सब कुछ मैनेज करना पसंद करते हैं, उनके लिए Paytm Money एक बढ़िया विकल्प है।
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ट्रेडर्स के लिए तीन सबसे बढ़िया विकल्प
ट्रेडर्स के लिए 3 सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर नीचे दिए गए हैं:
1. ज़ेरोधा : ज़ेरोधा भारत का सबसे बड़ा डिस्काउंट ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म है, जो अपनी किफायती ब्रोकरेज फीस और भरोसेमंद सर्विस के लिए जाना जाता है। लाखों ट्रेडर्स इसे अपनी पहली पसंद मानते हैं। यहां आपको ट्रेडिंग के लिए कई एडवांस टूल्स मिलते हैं, जैसे Sensibull जो ऑप्शन ट्रेडिंग को आसान बनाता है, Streak जो आल्गोरिदमिक ट्रेडिंग की सुविधा देता है, और KITE जो एक पावरफुल वेब और मोबाइल ऐप है। साथ ही, इसकी एजुकेशनल साइट Varsity नए ट्रेडर्स के लिए सीखने का बेहतरीन माध्यम है।
2. पॉकेटफुल (Pocketful) : पॉकेटफुल एक नया लेकिन तेजी से लोकप्रिय हो रहा फिनटेक प्लेटफॉर्म है, जो बिना किसी इक्विटी डिलीवरी फीस के ट्रेडिंग का मौका देता है। इसे पेस फाइनेंशियल ग्रुप ने बनाया है, जिनका 30 से ज्यादा सालों का अनुभव इस प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता को बढ़ाता है। पॉकेटफुल का यूज़र-फ्रेंडली इंटरफेस और विविध निवेश विकल्प इसे नए और अनुभवी दोनों तरह के इन्वेस्टर्स के लिए आकर्षक बनाते हैं।
3. अपस्टॉक्स : अपस्टॉक्स भी किफायती ब्रोकरेज के साथ ट्रेडर्स को एक स्मूद और तेज़ ट्रेडिंग एक्सपीरियंस देता है। इसमें एडवांस चार्टिंग टूल्स के साथ Tick-by-Tick Engine नामक फीचर है, जो आपको लाइव मार्केट डेटा और ऑर्डर बुक की गहराई दिखाता है। यह सुविधा पहले सिर्फ बड़े संस्थागत निवेशकों के लिए थी, लेकिन अब हर रिटेल ट्रेडर इसका फायदा उठा सकता है।
इन्वेस्टर्स के लिए सबसे बढ़िया 3 विकल्प
इन्वेस्टर्स के लिए 3 सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर नीचे दिए गए हैं:
1.पॉकेटफुल : अगर लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट करना है तो पॉकेटफुल एकदम सही चॉइस है। ये मॉडर्न फिनटेक प्लेटफॉर्म है जिसमें ना कोई अकाउंट ओपनिंग फीस है, ना AMC (एनुअल मेंटेनेंस चार्ज) और ना ही डिलिवरी फीस। पॉकेटफुल की टेक्नोलॉजी बहुत एडवांस्ड है, जिसे 27+ साल के एक्सपीरियंस वाले एक्सपर्ट्स ने डेवलप किया है। यहाँ से आसानी से मल्टिपल एसेट क्लासेज़ में इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं, जिससे यूजर एक्सपीरियंस स्मूद और बेहतर होता है।
2. मोतीलाल ओसवाल : मोतिलाल ओसवाल भारत के सबसे भरोसेमंद और अनुभवी ब्रोकर्स में से एक है। यहाँ आपको सिर्फ ट्रेडिंग ही नहीं, बल्कि पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, एडवाइजरी सर्विसेज और गहरी रिसर्च रिपोर्ट्स भी मिलती हैं। इनकी सर्विस खासकर उन इन्वेस्टर्स के लिए सही है जो लंबी अवधि के लिए स्मार्ट और सूझ-बूझ से निवेश करना चाहते हैं। इनके मोबाइल ऐप और वेबसाइट दोनों पर यूज़र-फ्रेंडली इंटरफेस मिलता है, जिससे निवेश करना बेहद आसान हो जाता है।
3. आईआईएफएल (India Infoline Finance Limited) : आईआईएफएल उन इन्वेस्टर्स के लिए एक बढ़िया विकल्प है जो रिसर्च और एडवाइजरी को बहुत महत्व देते हैं। कंपनी उन्नत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के साथ-साथ नियमित मार्केट अपडेट्स और मुफ्त एजुकेशनल सेशंस भी प्रदान करती है। ये खासकर उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो मार्केट को समझकर, सूचनाओं के आधार पर अपने निवेश फैसले लेना चाहते हैं।
डीमैट अकाउंट के फायदे
डीमैट अकाउंट के फायदे नीचे दिए गए हैं:
- तेजी से ट्रांजैक्शन: ट्रेडिंग के दौरान शेयरों की खरीद-फरोख्त तुरंत होती है, जिससे आप मार्केट के मौकों का लाभ बेहतर तरीके से उठा सकते हैं।
- आसान निगरानी: सभी निवेश एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नजर आते हैं, जिससे अपनी पोर्टफोलियो को मैनेज करना सरल होता है।
- कम धोखाधड़ी का खतरा: इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड होने की वजह से स्टॉक्स चोरी या गुम होने की संभावना लगभग न के बराबर हो जाती है।
- खर्चों में बचत: पेपर वर्क न होने के कारण लेन-देन से जुड़ी कई अतिरिक्त फीस बच जाती है।
डीमैट अकाउंट के बिना स्टॉक मार्केट में निवेश करना आज के जमाने में न केवल मुश्किल है, बल्कि जोखिम भी बढ़ जाता है। इसलिए एक भरोसेमंद और सुविधाजनक डीमैट अकाउंट निवेश की शुरुआत करने वालों के लिए सबसे जरूरी टूल है।
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अपनी जरूरत के हिसाब से सबसे अच्छा डीमैट अकाउंट कैसे चुनें?
जब डीमैट अकाउंट खोलने की बात आती है, तो हर किसी की जरूरतें अलग होती हैं। इसलिए सही अकाउंट चुनना बहुत जरूरी होता है ताकि आपका निवेश सफर आसान और फायदेमंद रहे।
नीचे कुछ अहम बातों का ध्यान रखें जो आपकी पसंद को सही दिशा देंगे:
- फीस और चार्जेस: अकाउंट खोलने और मेंटेन करने की फीस अलग-अलग ब्रोकर्स पर अलग हो सकती है। अपने बजट के हिसाब से ऐसा विकल्प चुनें जो ज्यादा महंगा न हो लेकिन अच्छी सेवा दे।
- ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग की सुविधाएं: कुछ डीमैट अकाउंट सिर्फ ट्रेडिंग के लिए बेहतर होते हैं, तो कुछ में म्यूचुअल फंड्स और अन्य निवेश विकल्प भी शामिल होते हैं। अपने निवेश के प्रकार के अनुसार अकाउंट चुनें।
- ग्राहक सेवा: जब भी आपको कोई सवाल या समस्या हो, तो ग्राहक सेवा की मदद जल्दी और असरदार मिलनी चाहिए। भरोसेमंद ब्रोकर्स का चुनाव करें जो समय पर सहायता देते हों।
- ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म की आसानी: तकनीकी ज्ञान के बिना भी आपको अपनी निवेश गतिविधियां सहजता से करनी चाहिए। इसलिए ऐसा प्लेटफ़ॉर्म चुनें जो सरल और समझने में आसान हो।
- रिसर्च और एडवाइजरी: अगर आप मार्केट की जानकारी लेकर ही निवेश करना पसंद करते हैं, तो ऐसे ब्रोकर्स चुनें जो अच्छे रिसर्च और सलाह देते हों।
इन बातों को ध्यान में रखकर आप अपनी ज़रूरतों और निवेश के तरीके के अनुसार सही डीमैट अकाउंट चुन सकते हैं, जो आपके लिए लंबी अवधि में फायदे का सौदा साबित होगा।
निष्कर्ष
इस ब्लॉग में हमने भारत के प्रमुख डीमैट अकाउंट्स और उनके खास फीचर्स पर विस्तार से चर्चा की है। सही डीमैट अकाउंट चुनना आपके निवेश सफर की सफलता के लिए बेहद जरूरी है। हर निवेशक की जरूरत और प्राथमिकताएं अलग होती हैं, इसलिए आपको अपने निवेश के तरीके, फीस स्ट्रक्चर, और उपलब्ध सेवाओं को ध्यान में रखकर निर्णय लेना चाहिए। टेक्नोलॉजी, ग्राहक सेवा, और रिसर्च सपोर्ट भी अकाउंट चुनते समय अहम रोल निभाते हैं। उम्मीद है यह जानकारी आपको समझदारी से अपने लिए सबसे उपयुक्त डीमैट अकाउंट चुनने में मदद करेगी और आपके निवेश को बेहतर बनाएगी।
डीमैट अकाउंट क्या होता है?
डीमैट अकाउंट एक डिजिटल अकाउंट होता है जिसमें आपके शेयर और सिक्योरिटीज इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होते हैं।
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए क्या डॉक्युमेंट्स लगते हैं?
पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक स्टेटमेंट और एक पासपोर्ट साइज फोटो की ज़रूरत होती है।
क्या डीमैट अकाउंट खोलना फ्री होता है?
कई ब्रोकर्स फ्री अकाउंट ओपनिंग ऑफर करते हैं, लेकिन कुछ में एएमसी (अकाउंट मेंटेनेंस चार्जेस) लग सकते हैं।
क्या एक व्यक्ति के पास मल्टीपल डीमैट अकाउंट्स हो सकते हैं?
हाँ, एक व्यक्ति अलग-अलग ब्रोकर्स के साथ मल्टीपल डीमैट अकाउंट्स रख सकता है।
बिगिनर्स के लिए बेस्ट डीमैट अकाउंट कौन सा है?
बिगिनर्स के लिए पॉकेटफुल, अपस्टॉक्स और ज़ेरोधा जैसे ईज़ी-टू-यूज़ प्लेटफॉर्म्स बेस्ट माने जाते हैं।